चेहरे पर पिग्मेंटेशन या झाइयां से त्वचा अप्रिय और बेजान लगती है। झाइयां होने पर त्वचा पर दाग-धब्बे बन जाते हैं, जो धीरे-धीरे मिटते नहीं। यह समस्या वयस्क महिलाओं के बीच अधिक देखी जाती है, लेकिन युवा भी इससे परेशान होते हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए लोग कई कॉस्मेटिक्स और घरेलू उपाय आजमाते हैं, लेकिन इससे अधिक लाभ नहीं मिलता। दरअसल, चेहरे पर झाइयां होने के कई कारण होते हैं, जिनको जानकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
चेहरे पर झाइयों के मुख्य कारण:
धूप के कारण झाइयों से परेशानी: धूप के कारण पिग्मेंटेशन का मतलब है कि धूप की गर्मी और उसमें मौजूद अल्ट्रावायलेट रेडिएशन के कारण त्वचा में मेलानिन का अधिशेष उत्पन्न हो जाता है। यह त्वचा के रंग को गहरा करता है और त्वचा पर गहरे रंग के दाग या धब्बे बनते हैं। इसे पिग्मेंटेशन कहा जाता है।
कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम से झाइयों से परेशानी: कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने का एक कारण पिगमेंटेशन हो सकता है। इसकी वजह स्क्रीन पर उत्पन्न होने वाले ब्लू लाइट और आंखों पर दबाव हो सकता है, जो त्वचा को क्षति पहुंचाता है और पिगमेंटेशन को बढ़ा सकता है। इसलिए, कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने के दौरान नियमित आंखों को विश्राम और स्क्रीन के प्रकार में बदलाव करना महत्वपूर्ण है।
बर्थ कंट्रोल के उपयोग से झाइयों से परेशानी: पिगमेंटेशन का कारण हो सकता है बर्थ कंट्रोल का उपयोग। इसका मुख्य कारण है हार्मोनल परिवर्तन जो बर्थ कंट्रोल के उपयोग से हो सकता है, जिससे त्वचा में पिगमेंटेशन का वृद्धि हो सकता है।
फेशियल हेयर रिमूवल से झाइयों से परेशानी: फेशियल हेयर रिमूवल भी पिगमेंटेशन का कारण हो सकता है। यह इसलिए हो सकता है क्योंकि विभिन्न तरीकों से हेयर रिमूवल करने में उपयोग किए जाने वाले तकनीकों या उत्पादों में त्वचा की संवेदनशीलता को बढ़ाने वाले तत्व हो सकते हैं, जो पिगमेंटेशन को उत्पन्न कर सकते हैं।
सिट्रस फलों के इस्तेमाल से झाइयों से परेशानी: खट्टे फलों को खाने से बचने के लिए अल्टर्नेटिव के रूप में आप ताजा फलों का सेवन कर सकते हैं, जैसे कि अंबा, अनार, या फिर शकरकंद। इनमें पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
झाइयां को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय: प्राकृतिक और प्रभावी समाधान :
1.)हल्दी: हल्दी एक प्राकृतिक उपाय है जो धूप के कारण हुए टैन और दाग-धब्बों को कम करने में मदद कर सकती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मेलानिन के उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा का रंग समान होता है। इसलिए, बेसन और हल्दी का मिश्रण त्वचा के लिए एक प्रभावी फेस पैक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
2.)टमाटर: टमाटर त्वचा के मेलानिन के उत्पादन को नियंत्रित करने में उपयोगी होता है, जिससे पिग्मेंटेशन को कम किया जा सकता है। इसलिए, टमाटर को पिग्मेंटेशन को दूर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। टमाटर के रस को चेहरे पर 10 से 15 मिनट के लिए लगाने के बाद इसे धो लेने से त्वचा को ताजगी और निखार मिल सकता है। इसके अतिरिक्त, स्किन टैनिंग को कम करने के लिए भी टमाटर का उपयोग किया जा सकता है।
3.)आलू: आलू का रस चेहरे पर लगाने से त्वचा की ताजगी और निखार बढ़ सकता है, जिससे पिग्मेंटेशन कम हो सकती है। आलू के रस को रूई की मदद से चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट तक इसे लगाकर बाद में धो लें। इसके साथ ही, नींबू का रस और आलू के रस को मिलाकर भी चेहरे पर लगाया जा सकता है, जिससे पिग्मेंटेशन की समस्या में हल्की सुधार हो सकती है।
4.)एलोवेरा जैल : एलोवेरा जैल का इस्तेमाल स्किन केयर में आसान और प्रभावी तरीका है। एक कटोरी में एलोवेरा जैल या ताजा गूदा लेकर उसमें एक विटामिन ई की गोली मिलाएं और इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं। नियमित इस्तेमाल से झाइयां हल्की होने लगेंगी और त्वचा को निखार मिलेगा।
5.)केसर: केसर का उपयोग त्वचा के झाइयों, दाग-धब्बों और टैनिंग को कम करने के लिए एक प्राकृतिक विकल्प है। एक कटोरी में थोड़ा सा दूध और कुछ केसर के गोलियां डालकर मिलाएं। जब केसर का रंग दूध में मिल जाए, तो इस मिश्रण को झाइयों पर लगाएं। नियमित इस्तेमाल से त्वचा में सुधार आ सकता है।
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