कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए 10 आसान घरेलू उपाय

कोलेस्ट्रॉल

कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का वसा होता है जो आपके शरीर में उत्पन्न होता है, प्रमुखतः लिवर द्वारा। यह शरीर के लिए आवश्यक है क्योंकि यह हर कोशिका की संरचना को सहारा देता है, जिससे कि वे सही तरीके से काम कर सकें। कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का चिकना पदार्थ होता है जो ब्लड प्लाज्मा के माध्यम से शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंचता है।

हालांकि, अगर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए, तो यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह शरीर के रक्त में थक्कों का जमाव कर सकता है, जो अवसाद, दिल की बीमारी, या अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, अधिकतम कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सामान्य सीमा में बनाए रखना शरीर के स्वस्थ फ़ंक्शन के लिए महत्वपूर्ण है। डॉक्टरों का कहना है कि कोलेस्ट्रॉल की सामान्य सीमा 200 मिलीग्राम प्रति डेसिलीटर (मिलीग्राम/डीएल) से कम होनी चाहिए। अगर इस सीमा के अधिक हो जाता है, तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है और इससे शारीरिक समस्याएँ हो सकती हैं।

हाई कोलेस्ट्रॉल:

उच्च कोलेस्ट्रॉल का मुख्य कारण खराब लो-डेन्सिटी लिपोप्रोटीन (LDL) है, जो बुरी जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण होता है।

जब आपके खराब खान-पान के कारण आपके शरीर में LDL की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह रक्त वाहिकाओं में चर्बी की जमावट को बढ़ा देता है। यह फिर आपके रक्त के प्रवाह को बाधित करता है, जिससे आपके दिल और मस्तिष्क पर अधिक दबाव पड़ता है और आपको हार्ट अटैक, स्ट्रोक, या सीने में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

कोलेस्ट्रॉल को शरीर में प्रोटीन के साथ मिलाकर लिपोप्रोटीन कहा जाता है, और जब यह बढ़ जाता है, तो यह आपके शरीर के विभिन्न भागों में रक्त के साथ ट्रांसपोर्ट किया जाता है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत :

1)सीने में दर्द या बेचैनी-जब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा शरीर में बढ़ जाती है, तो यह दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देता है। इसलिए, यदि किसी को सीने में दर्द, बेचैनी, या तेज धड़कन महसूस होती है, तो यह कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के संकेत हो सकते हैं। इसे नजरअंदाज न करें, बल्कि तुरंत चिकित्सक से सलाह लें और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करें। छोटे से बॉईल या स्किन टैग का निकलना भी यह संकेत देता है कि कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ रहा हो सकता है।

कोलेस्ट्रॉल

2)मोटापा-जब व्यक्ति को अचानक से बिना किसी विशेष कारण के मोटापा बढ़ने का अनुभव होता है, तो इसके पीछे उच्च कोलेस्ट्रॉल का होना भी एक संभावना हो सकती है। इसके साथ ही, अगर व्यक्ति को पेट में भारीपन महसूस हो या उन्हें असामान्य रूप से ज्यादा पसीना आता है और वे अचानक गर्मी महसूस करते हैं, तो डॉक्टर को कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाने की सलाह दी जाती है।

3)सांस लेने में कठिनाई या फूलना-जब किसी को सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है या वे फूल जाते हैं, तो इसे “सांस फूलना” कहा जाता है। यह एक संकेत हो सकता है कि उनका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ गया हो और इससे हृदय स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इसे नजरअंदाज न करें, बल्कि जल्दी से डॉक्टर से सलाह लें।

कारण :

1)अनियमित भोजन और खानपान की आदतें, जैसे कि अधिक तेल और चर्बी वाले खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन, हाई कोलेस्ट्रॉल के उत्पन्न होने का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा, जल्दबाज़ी से तैयार किए गए खाने, प्रोसेस्ड फ़ूड, और अधिक अल्कोहल की खपत भी कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकती है। इसलिए, स्वस्थ और नियमित खानपान के महत्व को समझकर हमें अपने आहार में सुधार करने की आवश्यकता है।

2)धुम्रपान में मौजूद निकोटीन और अन्य धुआं के कार्बन मोनोक्साइड के अधिक सेवन से, हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने वाले विषाणुओं का उत्पादन हो सकता है। ये विषाणु आमतौर पर धमनियों के आंतरिक परिधि को आक्रमण करते हैं, जिससे धमनियों में फैट और कोलेस्ट्रॉल की जमावट हो सकती है। इससे हृदय रोगों और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, धूम्रपान से बचना और स्वस्थ जीवनशैली के लिए संकल्पित रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

3)जब हमारा शारीरिक कार्यक्षमता कम होती है, तो हमारे शरीर का मेटाबोलिक प्रक्रियाओं में परिवर्तन आ सकता है। इसका मतलब है कि हमारा शरीर खाना पचाने, ऊर्जा को उत्पन्न करने, और वसा को मेटाबोलाइज़ करने की क्षमता में कमी हो सकती है। यह अधिक वजन, डायबिटीज, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक खतरा बन सकता है।

इस संदर्भ में, अधिक शारीरिक गतिविधि और योग्य व्यायाम जैसी नियमित व्यायाम के माध्यम से हम अपने शारीरिक कार्यक्षमता को सुधार सकते हैं और खराब फैट को नियंत्रित कर सकते हैं। इससे हमारे हृदय स्वास्थ्य को भी लाभ होता है, क्योंकि यह हमें हृदय रोगों की रिस्क को कम करने में मदद कर सकता है।

4)आनुवंशिक रूप से हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए जिम्मेदार जेन्स जो हमारे पिता-माता से हमें मिलते हैं, भी एक महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं। यदि किसी परिवार में खराब फैट संबंधी समस्याएं होती हैं, तो उस परिवार के अन्य सदस्यों, विशेष रूप से बच्चों, की खराब फैट की संभावना बढ़ जाती है। यह जेन्स जो हाई कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित करते हैं, उनमें विभिन्न जीन्स हो सकते हैं जो लिपिड मेटाबोलिज़म और खराब फैट सिंथेसिस में नियंत्रण करते हैं।

इसलिए, यदि किसी के परिवार में कोई खराब फैट की समस्या है, तो उन्हें अपने बच्चों की स्वस्थ जीवनशैली का ध्यान रखना और नियमित चेकअप करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह उनकी सेहत को समेटता है और आनुवंशिक रूप से खराब फैट के रिस्क को कम करने में मदद कर सकता है।

5)अधिक वजन बढ़ना भी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या को बढ़ा सकता है। जब हम अधिक खाते हैं या प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करते हैं, तो हमारे शरीर में अतिरिक्त फैट जमा हो सकता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। यह आमतौर पर अधिक त्रिग्लिसेराइड्स और कम HDL कोलेस्ट्रॉल के साथ जुड़ा होता है, जिससे हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

घरेलू उपचार से संतुलित करें :

खराब फैट को कम करने के लिए कई घरेलू उपाय होते हैं जो लोग प्रायः आजमाते हैं। ये उपाय अक्सर सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। उनमें से कुछ प्रमुख हैं:

1)लहसुन का सेवन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है : लहसुन में मौजूद एंजाइम्स कार्डियोप्रोटेक्टिव (हृदय स्वास्थ्य को बचाने वाले) गुणों के साथ अल्लिन और सुलफाइड से भरपूर होता है। यह तत्व आलस्टेरोल को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

कोलेस्ट्रॉल

 लहसुन में मौजूद अल्लिन आला रक्तचाप और आंतरिक रक्तसंचार को बढ़ावा देता है जिससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा, लहसुन की अन्य गुणों में अल्लिन और सुलफाइड को हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी हार्ट रोगों के खतरों को कम करने में मदद मिल सकती है।

2)अखरोट को कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मददगार माना जाता है : अखरोट में अनेक पोषक तत्व होते हैं जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम, ओमेगा-3, फाइबर, कॉपर, और फॉस्फोरस, जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनमें से कुछ तत्व खराब खराब फैट को कम करने में सहायक होते हैं और यह आपके रक्तवाहिनियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। अखरोट का सेवन करने से इसे रोजाना कॉन्स्यूम करने की सलाह दी जाती है, जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

3)ओट्स को कोलेस्ट्रॉल के इलाज में एक उपयोगी आहार माना जाता है : ओट्स में पाए जाने वाले बीटा ग्लूकॉन नामक तत्व हमारी आंतों को स्वच्छ और सुगमता से काम करने में मदद करते हैं, जिससे कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता है। यह तत्व शरीर में खराब फैट के अवशोषण को अधिक होने से रोकता है। विज्ञान के अनुसार, अगर तीन महीने तक नियमित रूप से ओट्स का सेवन किया जाता है, तो खराब फैट के स्तर में 5 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।

4)ऑलिव ऑयल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक होता है : ऑलिव ऑयल में प्राकृतिक तरीके से मौजूद अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल को स्थिर रखने में मदद करता है, जो शरीर के लिए उपयोगी होता है। इसमें विटामिन E और अंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो हानिकारक रद्दी रेडिकल्स के खिलाफ लड़ाई में मदद करते हैं।

 इसके अलावा, ऑलिव ऑयल का नियमित सेवन अच्छे हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार हो सकता है और हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है। इसे अन्य तेलों की तुलना में ज्यादा पसंद किया जाता है, क्योंकि यह बेहतर विकल्प होता है जो सांस्कृतिक और आयुर्वेदिक व्यंजनों में भी उपयोग किया जा सकता है।

5)सरसों का तेल कोलेस्ट्रॉल के इलाज में एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है : सरसों के तेल में मौजूद अनसैचुरेटेड फैट्स और ऑमेगा-3 फैट्स का संपत्ति होता है, जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

सरसों का तेल अल्पाहैइलीक एसिड (ALA) का एक अच्छा स्रोत होता है, जो शरीर में लंबे समय तक विकल्प के रूप में जाना जाता है और फैट को संतुलित रखने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन E और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो शरीर के साथी उत्पादों को प्रदान कर सकते हैं। अध्ययनों के अनुसार, सरसों का तेल का नियमित सेवन खराब फैट के स्तर को कम कर सकता है और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकता है।

6)आंवला कोलेस्ट्रॉल के इलाज में मददगार हो सकता है : आंवला खराब फैट में मददगार हो सकता है क्योंकि इसमें विटामिन सी, अंतिऑक्सिडेंट्स, और फाइबर पाया जाता है। विटामिन सी और अंतिऑक्सिडेंट्स के संयुक्त उपयोग से आंवला खराब फैट के स्तर को नियंत्रित करने और शरीर को हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, आंवला का सेवन हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकता है और खराब फैट के लिए एक प्राकृतिक इलाज के रूप में काम करता है।

कोलेस्ट्रॉल

7) नींबू कोलेस्ट्रॉल के इलाज में लाभकारी : नींबू और अन्य खट्टे फलों में एक विशेष प्रकार का फाइबर होता है, जिसे घुलनशील फाइबर कहा जाता है। यह फाइबर रक्त प्रवाह में खराब फैट को रोकने में मदद करता है। विटामिन-सी भी इस तरह के फलों में पाया जाता है, जो रक्तवाहिका नलियों की सफाई करता है और बैड खराब फैट को पाचन तंत्र से बाहर निकालता है। इसके अलावा, खट्टे फलों में मौजूद एंजाइम्स मेटाबॉलिज्म को तेज करके बढ़े हुए खराब फैट को कम करने में सहायक होते हैं।

8) सोयाबीन कोलेस्ट्रॉल में फायदेमंद : सोयाबीन, दालें, और अंकुरित अनाज रक्त में मौजूद बेहतर कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं, जिससे रक्त की प्रवाहिका नलियां साफ होती हैं। इसके फलस्वरूप, ये खाद्य पदार्थ लिवर को बढ़े हुए एलडीएल खराब फैट को शोधन करने में सहायक होते हैं।

9) किशमिश कोलेस्ट्रॉल के लिए फायदेमंद : किशमिश में विशेष रूप से अंतर्द्रुवीकृत और विटामिन्स जैसे ए, बी, और एस, सहित अनेक पोषक तत्व होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इनमें अन्य सुपरफूड्स की तरह अन्तिऑक्सिडेंट्स भी होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले रेडिकल्स से बचाते हैं।

10)अर्जुन की छाल खराब फैट को नियंत्रित करने में उपयोगी है : अर्जुन की छाल में विभिन्न प्रकार के गुण होते हैं जो खराब फैट के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसमें वसा, फिटोस्टेरोल और ग्लाइकोसाइड्स होते हैं, जो खराब फैट के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ये तत्व शरीर में खराब फैट की अधिकता को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिससे दिल की सेहत सुधारती है।

 इसके अलावा, अर्जुन की छाल में एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते हैं जो दिल के लिए फायदेमंद होते हैं और रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए, अर्जुन की छाल को नियमित रूप से सेवन करने से खराब फैट के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है और दिल की सेहत को सुधारा जा सकता है।

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16 thoughts on “कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए 10 आसान घरेलू उपाय”

  1. बहुत अच्छा लेख है काफी जानकारी मिल रही है और लाभदायक है।लिखते रहें।

  2. Apratim jaankari ke liye shukriya, aasha hai ki aap hame aise hi jaankari uplabdha karate rahenge, dhanyawad

  3. Amazing content, very useful for every people in day-to-day life. Keep Sharing such information, Thanks.

    1. Dhane Shrimant

      Intellectual Information Regarding How to Reduce Colestrole From Our Body.Heart Related Problems And The Best Home Remedies Tips OK Superb ☀

  4. Mithila Upadhyay

    Thank you for sharing this article all information in full detail 👍👍💐💐💐 keep posting…

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